डिजिलॉकर क्या है और कैसे काम करता है। 2023

डिजिलॉकर
डिजिलॉकर क्या है और कैसे काम करता है। 2023

डिजिलॉकर क्या है और कैसे काम करता है। 2023

डिजिटल लॉकर डिजिटल भारत कार्यक्रम– बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है के तहत प्रमुख पहलों में से एक है। इसका एक बीटा संस्करण इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई), भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है। डिजिटल लॉकर का उद्देश्य भौतिक दस्तावेजों के उपयोग को कम करना और एजेंसियों के बीच में ई-दस्तावेजों के आदान-प्रदान को सक्षम करना है।

इस पोर्टल की मदद से ई-दस्तावेजों का आदान-प्रदान पंजीकृत कोष के माध्यम से किया जाएगा, जिससे ऑनलाइन दस्तावेजों की प्रामाणिकता सुनिश्चित होगी। आवेदक अपने इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों को अपलोड कर सकते है और डिजिटल ई-साइन सुविधा का उपयोग कर उन पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इन डिजिटली हस्ताक्षरित दस्तावेजों को सरकारी संगठनों या अन्य संस्थाओं के साथ साझा किया जा सकता है।

डिजिलॉकर जैसी सुविधाजनाक प्रणाली का उदेश्य।

  • क्लाउड पर डिजिटल लॉकर प्रदान करने के द्वारा आवेदक का डिजिटल सशक्तिकरण
  • दस्तावेजों को ई-हस्ताक्षर सक्षम बनाकर उन्हें इलेक्ट्रॉनिक एवं ऑनलाइन उपलब्ध बनाना जिससे भौतिक दस्तावेजों का उपयोग कम से कम हो
  • ई दस्तावेजों की प्रामाणिकता सुनिश्चित करके फर्जी दस्तावेजों के उपयोग को खत्म करना
  • वेब पोर्टल एवं मोबाइल अनुप्रयोग के माध्यम से नागरिकों को सरकार द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों का सुरक्षित अभिगम प्रदान करना
  • सरकारी विभागों और एजेंसियों के प्रशासकीय उपरिव्यय को कम करना एवं नागरिकों के लिये सेवा प्राप्त करना आसान बनाना
  • नागरिकों हेतु दस्तावेजों के कभी भी- कहीं भी पहुंच प्रदान करना
  • ओपन और इंटरऑपरेबल मानकों पर आधारित संरचना प्रदान करना जिससे अच्छी तरह से संरचित मानक दस्तावेज़ के माध्यम से विभागों और एजेंसियों के बीच दस्तावेजों को आसानी से साझा किया जा सके
  • आवेदक के आंकड़ों लिए गोपनीयता और अधिकृत पहुँच सुनिश्चित करना

डिजिलॉकर सिस्टम 2023

रिपोजिटरी ई दस्तावेजों का संग्रह है जो जारीकर्ता द्वारा एक मानक प्रारूप में अपलोड की गई और मानक एपीआई के द्वारा सुरक्षित तरीके से वास्तविक समय में खोज और उपयोग के लिये उपलब्ध है।

एक्सेस गेटवे एक सुरक्षित ऑनलाइन तंत्र है जिससे अनुरोधकर्ता वास्तविक समय में यूआरआई (यूनिफ़ॉर्म रिसोर्स संकेतक) का उपयोग करके प्राप्त कर सकते हैं। यूआरआई एक कोष में जारीकर्ता द्वारा अपलोड की गई ई-दस्तावेज़ के लिए एक कड़ी है। यूआरआई के आधार पर गेटवे कोष का पता पहचान करेगा और उस कोष से ई-दस्तावेज को प्रस्तुत करेगा

डिजिलॉकर पर अकाउंट एक्सेस कैसे करें?

  • डिजिटल लॉकर पर साइन अप करने के लिए आवेदक के पास आधार संख्या होनी चाहिए। डिजिटल लॉकर के लिए साइन अप करने से पहले यह आवश्यक है कि आपका मोबाइल नंबर यूआईडीएआई सिस्टम में आपकी आधार संख्या से जुड़ा हुआ हो।
  • लॉगिन क्षेत्र में अपना आधार संख्या दर्ज करें। यूआईडीएआई पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओ टी पी भेजा जाएगा। ओ टी पी दर्ज करने पर यूआईडीएआई से ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।
  • ई-केवाईसी सफल हो जाने पर, आवेदक विभिन्न जारीकर्ता द्वारा डिजिटल लॉकर में अपलोड किया गए दस्तावेजों की यूआरआई देख सकते हैं। आवेदक अपने डिजिटल लॉकर में ई-दस्तावेजों को अपलोड और उन्हें ई-साईन भी कर सकते हैं।
  • आवेदक अनुरोधकर्ता के ईमेल पते पर ई-दस्तावेज़ के लिए लिंक साझा करके निजी दस्तावेजों को साझा कर सकते हैं।

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