Artificial Intelligence [AI] kya he or kese kam karta he?
asan bhasha me ham samjhen ye ek digital computer ya computer niyantrit robot ki veh kshiyamta he jo use insano ki tarah sochne or kam karne me madad karti he. use Artificial Intelligence kehte hen.
kuchh saral shabdon me AI ko samajhne ki koshish karte hen. kya apne kabhi socha he apke phone men jo map he wo kam kese karta h? kese chhota, rasta trafice jam or rasta kharab hone jankari pirdan karta he? ek or udahran se samjhiye. jab ap social media par koi post karte hen wo kese us face ko pehchan kar usko tag karta he?
ye sari chizen AI ke zariye se hoti hen. iske alawa or bhi udahran hen jese Google Assistant. Cortana. Alexa. ye sab AI par hi kam karte hen
AI के फायदे
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रचलित हो गया है और इससे कई लाभ हुए हैं. एआई की सबसे बड़ी खासियत Automation है और इसका संचार, परिवहन, उपभोक्ता उत्पादों और सेवा उद्योगों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है. स्वचालन (Automation) से न केवल इन क्षेत्रों में उत्पादकता में वृद्धि होती है, बल्कि कच्चे माल का अधिक कुशल उपयोग, बेहतर उत्पाद की गुणवत्ता, कम लीड समय और बेहतर सुरक्षा भी मिलती है. स्वचालन उन संसाधनों को मुक्त करने में मदद कर सकता है जिनका उपयोग अधिक महत्वपूर्ण चीजों के लिए किया जा सकता है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हमेशा बेहतर फैसले लेने के लिए किया जाता रहा है. एआई तकनीक, डेटा डिलिवरी का समन्वय कर सकती है, रुझानों का विश्लेषण कर सकती है, पूर्वानुमान प्रदान कर सकती है और सबसे बेस्ट फैसले लेने के लिए अनिश्चितताओं की संख्या बता सकती है. जब तक एआई को मानवीय भावनाओं की नकल करने के लिए प्रोग्राम नहीं किया जाता है, तब तक यह मामले पर निष्पक्ष रहेगा और व्यावसायिक दक्षता (Professional Competence) का समर्थन करने के लिए सही फैसला लेने में मदद करेगा.
इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में नए-नए खोजों में मदद करना, रोजमर्रा के जीवन को आसान बनाने से लेकर AI कई मायनों में काफी उपयोगी है.
AI के नुकसान
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कई तरह के फायदे हैं तो इसके नुकसान भी हैं.
नौकरियां खत्म होने का खतरा: एआई में पारंपरिक रूप से किए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने की क्षमता है, जिससे कुछ उद्योगों में लोगों की नौकरियां जा सकती हैं और बेरोजगारी पैदा हो सकती है. जैसे- कस्टमर सपोर्ट के लिए बनाए गए चैटबोट अगर 100% सफल होते हैं तो कंपनियां इसके लिए नौकरियां निकालना बंद कर देंगी. इसी तरह का खतरा दूसरी कई नौकरियों के साथ भी है. सबसे ज्यादा खतरा फिल्मिंग और ग्राफिक डिजाइनिंग से जुड़े लोगों पर होगा, क्योंकि इस फील्ड में तेजी से AI का इस्तेमाल हो रहा है और इसके नतीजे भी आश्चर्यजनक हैं.
पूर्वाग्रह और निष्पक्षता (Bias and Fairness): जिस डेटा पर AI System को ट्रेनिंग दी जाती है, उसमें मौजूद पूर्वाग्रह भी उसके साथ बने रह सकते हैं, जिसके भेदभावपूर्ण नतीजे हो सकते हैं. यदि सावधानीपूर्वक डिजाइन और निगरानी नहीं की गई, तो AI Algorithm सामाजिक असमानताओं और पूर्वाग्रहों को मजबूत कर सकते हैं, जिसका असर AI की फैसले लेने की क्षमता (Decision Making)पर पड़ सकता है. जहां मानवीय मूल्यों और भावनाओं की बात होगी, वहां भी AI के फैसले से नुकसान होने की आशंका ज्यादा है.
निजी सुरक्षा (Privacy) पर खतरा- जहां एक ओर एआई निजी सुरक्षा के लिए मददगार साबित हो सकता है तो वहीं यही सिस्टम निजी सुरक्षा को नुकसान भी पहुंचा सकता है. क्योंकि पूरा एआई सिस्टम डेटा पर निर्भर होगा, इसलिए इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों की प्राइवेसी पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है.
AI में मानवीय संवेदनाएं नहीं होंगी, इसलिए इस तरह के मामलों में इसका इस्तेमाल करना घातक साबित हो सकता है. साथ ही इस पर बहुत ज्यादा निर्भर रहना भी नुकसानदेह हो सकता है. ये इंसान को आलसी बना सकता है, जिसका असर आने वाली पीढ़ियों पर पड़ सकता है.